Tuesday, 15 March 2011

संडोली बाइपास पर नहीं बिछी कोलतार

बद्दी — औद्योगिक क्षेत्र बद्दी को प्रमुखता से जोड़ने वाले संडोली बाइपास पर कोलतार डालने के लिए सरकार के पास पैसे ही नहीं हैं। एक तरफ तो प्रदेश सरकार ने औद्योगिक क्षेत्रों के सुनियोजित विकास के लिए बीबीएन विकास प्राधिकरण का गठन किया है, लेकिन उसके ऊपर भी आर्थिक संकट इस प्रकार गहरा गया है कि उसके पास शहर की एक प्रमुख सड़क को पक्का करने के लिए पैसे ही नहीं हैं। एक साल से संडोली बाइपास पर गटका डाला जा चुका है, लेकिन उसके ऊपर कोलतार कब डाला जाएगा, यह कोई नहीं जानता। परिणामस्वरूप इस सड़क पर पूरा दिन धूल के गुब्बारे उड़ते रहते हैं और बाहर से आने वाले निवेशकों में एक नकारात्मक संकेत जाता है। बद्दी—पिंजौर नेशनल हाई-वे से सटे संडोली बाइपास से ही बद्दी बाजार के अलावा वर्धमान व अन्य औद्योगिक क्षेत्रों को एंट्री होती है। गौरतलब है कि लगभग दो साल पहले संडोली—बद्दी बाइपास को पक्का और चौड़ा करने के लिए बीबीएन विकास प्राधिकरण को एक करोड़ 35 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। बीबीएनडीए को प्रथम चरण के लिए 40 लाख रुपए की राशि आई थी, जिसमें उसने एक साल पहले गटका डाल दिया था। उसके बाद बकाया राशि न आने के कारण आज इस सड़क से पैदल और दोपहिया वाहन पर गुजरना खतरे से खाली नहीं है। पूर्व जिप अध्यक्ष रामकुमार चौधरी कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष व दून के वरिष्ठ नेता शिव कुमार ठाकुर, जिप सदस्य परमजीत सिंह पम्मी व दून कांग्रेस प्रवक्ता अच्छरपाल कौशल का कहना है कि अगर सरकार के पास औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख मार्ग पर कोलतार डालने के लिए राशि ही नहीं है, तो वह दून में किस मुंह से विकास का दावा करती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने बीबीएनडीए को आर्थिक तौर पर सुदृढ़ नहीं करना है, तो इसको भंग कर देना चाहिए। इस संदर्भ में बीबीएनडीए के एसडीओ अजय कुमार ने बताया कि उनके पास पहले चरण में जितनी राशि आई थी, उसको खर्च कर दिया है। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के लिए 25 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है और यह राशि जैसे ही पहुंचेगी, संडोली बाइपास का अधूरा काम पूरा कर दिया जाएगा।
March 16th, 2011

No comments:

Post a Comment