Thursday 14 April 2011

भामस नेता बताएं, कहां गए 14 लाख

बद्दी — बीबीएन समाज सुधार समिति के अध्यक्ष व मजदूर संगठन भामस के पूर्व मंडलाध्यक्ष हरिराम पप्पू शर्मा ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें संगठन का निजी हित के लिए प्रयोग करने आरोप लगाया है। उन्हांेने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भामस के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर व प्रदेश उपाध्यक्ष मेलाराम चंदेल की वजह से बीबीएन में संगठन का भारी नुकसान हो रहा है और यहां पर भाजपा की सरकार होते हुए भी दिन-प्रतिदिन संघ की ट्रेड यूनियनों में कमी आ रही है। उन्हांेने बीएमएस की कार्यप्रणाली में लाखों की वित्तीय अनियमितताओं व घोटाले की बात भी उछाली है। पप्पू ने कहा कि अप्रैल, 2009 में संघ का प्रदेश अधिवेशन बद्दी में संपन्न हुआ। इसमें स्थानीय स्तर के चार भामस नेताओं ने 16 लाख रुपए का फंड एकत्रित किया था और उस पर खर्चा मात्र दो लाख रुपए आया था। उन्हांेने कहा कि आज तक बाकी के 14 लाख का हिसाब मजदूर भाइयों को नहीं दिया गया।  उन्हांेने कहा कि इसी प्रकार बद्दी में भामस कार्यालय बनाने के लिए भी 26 लाख रुपए उद्योगपतियों से एकत्रित किए गए थे, लेकिन मलपुर गांव में सात लाख रुपए की जमीन एक निजी व्यक्ति के नाम खरीदी गई, जो कि संघ के संविधान के विरुद्ध है। पूर्व मंडल प्रधान ने कहा कि बीबीएन के कारखानों  में भामस ट्रेड यूनियन के झंडे दिखावे के तौर पर लगाए जाते हैं और बाद में समझौता करके उतार लिए जाते हैं, जिसका खामियाजा गरीब श्रमिकों को भुगतना पड़ता है।  भामस के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि कहा कि पप्पू को मंडल अध्यक्ष पद से मुक्त किया जा चुका है, इसलिए वह हमारे संगठन बारे गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी न करे, अन्यथा उन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं बीबीएन सुधार समिति के अध्यक्ष के आरोपों पर भामस के प्रदेश उपाध्यक्ष मेलाराम चंदेल ने आरोपों को खारिज कर दिया।
April 15th, 2011

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