Sunday, 20 March 2011

बीए के साथ होंगे डिप्लोमा कोर्स

शिमला प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा ली जाने वाली अंडर ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षाओं का परिणाम 45 दिनों के भीतर घोषित किया जाएगा। रिवेल्युवेशन के रिजल्ट को 25 दिनों के भीतर घोषित कर दिया जाएगा। ग्रेजुएशन के छात्र अब अपनी पढ़ाई के साथ डिप्लोमा कोर्स भी कर पाएंगे। विवि प्रशासन छात्रों की सुविधा के लिए कालेजों में डिप्लोमा कोर्सिज शुरू करेगा। शनिवार को आयोजित ईसी की बैठक में यह महत्त्वपूर्ण फैसला लिया गया है। इस निर्णय से प्रदेश के करीब पौने तीन लाख छात्र लाभान्वित होंगे।   विवि के कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। हिमाचल से संबंध रखने वाले यूजी व पीजी के सामान्य श्रेणी के छात्र प्राइवेट स्टूडेंट  के रूप में अपियर हो सकेंगे। पहले यह नियम एससी, एसटी, कर्मचारियों के अलावा छात्राओं के लिए ही था। सामान्य श्रेणी के छात्रों को इक्डोल से पढ़ाई पूरी करनी पड़ती थी।  इस नियम में संशोधन कर सामान्य श्रेणी के छात्रों को राहत दी गई है। इसका फीस स्ट्रक्चर अभी तय नहीं किया गया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि 180 दिनों के शैक्षणिक सत्र को पूरा करने के लिए यूजी कक्षाओं के सिलेबस में फेरबदल किया जाएगा। ईसी की बैठक में विवि के वित्त वर्ष 2011-12 वार्षिक को भी मंजूरी दे दी है। इस बार विवि का बजट 134.18 करोड़ रुपए होगा। इसके अलावा ईसी ने वर्ष 2009-10 की वार्षिक व वर्ष 2006-07 की वित्तीय रिपोर्ट भी पारित कर दी गई है। दो महीने से आंदोलनरत रहे कर्मचारियों को भी बैठक में राहत दी गई है। 19 सुपरिडेंट व 14 सेक्शन आफिसर को पदोन्नत किया गया है। करिअर एडवांस मैंट स्कीम के तहत ईसी ने सात असिस्टेंट प्रोफेसरों को प्रोफेसर के पद पर तैनात किया है। इनमें अर्थशास्त्र के डा. सिकेंद्र कुमार, डा. अर्पना नेगी, राजनीतिक शास्त्र विभाग के डा. विजया शर्मा, केमेस्ट्री के डा. सरवजीत सिंह भट्ट, संस्कृत के डा. राजेंद्र कुमारी, लोक प्रशासन विभाग की डा. ममता मोक्टा व भूगोल के डा. देवदत्त शर्मा को भी पद्दोन्नत किया गया है। डा. मनोज कुमार को क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र धर्मशाला में कामर्स विभाग में असिस्टेंट प्रो. तैनात किया गया है। इसी तरह पीजी सेंटर शिमला में डा. गायत्री राणा साइकोलॉजी, डा. शियाजी अहमद को सोशल वर्क में नियुक्ति दी गई है। नियम पूरा न करने वाले बीएड कालेजों  के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन सख्ती से निपटेगा। ईसी की बैठक में इस बाबत सख्त आदेश दिए गए हैं। हिमाचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि कालेजों के निरीक्षण के लिए मानेटरिंग कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी सभी बीएड कालेजों का निरीक्षण समय समय पर करती है। कालेजों में यदि खामियां पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।  प्रदेश में इस समय 69 बीएड कालेज चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर कालेज नियम पूरे नहीं करते। दिसंबर महीने में आयोजित ईसी की बैठक में विवि प्रशासन आधा दर्जन कालेजों को नोटिस भी जारी किए गए थे। कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि बीएड कालेजों के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। इनमें कालेजों के पास अपना भवन, टीचर फैकल्टी के अलावा अन्य चीजें मैनशन है। यदि इन पर खरा नहीं उतरता, तो उस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
March 21st, 2011

No comments:

Post a Comment