सोलन — पूर्वोत्तर कल्चरल सेंटर पटियाला व भाषा एवं सस्कृति विभाग सोलन के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ओक्टेव 2011 में बुधवार संध्या को बेहतरीन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों द्वारा किया गया। सांस्कृतिक संध्या में मणिपुर के कलाकारों ने ठोडो मैदान में बैठे सैकड़ों दर्शकों का मन मोह लिया। उत्तर भारत व पूर्व भारत के 250 कलाकारों ने एक साथ सोलन में शिरकत की है तथा अपने-अपने राज्य की संस्कृति इन दिनों सोलन में दर्शाई जा रही है। संस्था के प्रभारी डीएस सरोया ने बताया कि सायं छह से करीब आठ बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जाता है। बुधवार को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में सबसे पहले असम राज्य का बिहू आयोजित किया गया, उसके उपरांत बरदोई सिखला नृत्य आयोजित किया गया। मणिपुर के कलाकारों द्वारा इस मौके पर ठोल ठोलक चोलक नृत्य दर्शकों के समक्ष पेश किया। इसके उपरांत उन्होंने थंगता तथा लैहराबा से भी लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया। मिजोरम राज्य ने मंच पर अपनी संस्कृति को पेश करते हुए चीरा डांस लोगों के मध्य पेश किया गया। नागालैंड का लोथा डांस लोगों के मध्य खूब सराहा गया। सिक्किम राज्य का सिंघी चम्म स्नो लॉयन डांस और मारूनी नृत्य ने मंच पर बेहतरीन पेशकश दी। त्रिपुरा राज्य ने अपने राज्य का प्रचलित होजागिरि नृत्य लोगों के समक्ष पेश किया। कार्यक्रम के दौरान अरुणाचल प्रदेश के याल्क डांस और अजिलामों ने भी लोगों को खूब तालियां बजाने पर विवश किया। बहरहाल पूर्वोत्तर कल्चरल सेंटर पटियाला व भाषा एवं सस्कृति विभाग सोलन के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ओक्टेव 2011 में बुधवार संध्या को बेहतरीन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ठोडो मैदान में बाहरी राज्यों के कलाकारों ने खूब धमाल मचाया। इस मौके पर दर्शकों को विभिन्न राज्यों की कला व संस्कृति से रू-ब-रू होने का मौका मिला।
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