बद्दी — इस सृष्टि के रचियता भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होना इस मानव जाति के मार्ग दर्शन का आधार है, जिनको स्मरण करने से मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पाप कट जाते हैं। यह भाव बद्दी के बिरला टैक्स टाइल मिल में चल रही भगवत कथा के अंर्तगत वृंदावन से पधारे डा. मनोज मोहन बाल व्यास जी महाराज ने प्रकट किए। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के अवतार से पहले राम जन्म और वामन जन्म की कथा बड़े ही भावमय रूप से कही। वामन भगवान की सुंदर झाकी के दर्शन कराए गए। कृष्ण जन्म के प्रसंग में डा. व्यास जी ने कहा कि द्वापर में एक कंस था उसको मारने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया। आज तो अराजकता का कंस भ्रष्टचार, उग्र्रवाद ओर अमानवता आदि के बहुत से कंस अपना सिर उठा रहे हैं। इन सब कंसों को समाप्त करने के लिए घर-घर में श्रीकृष्ण के सिद्धांतों को जन्म लेना चाहिए। श्रीकृष्ण का जन्म माने मानवता का जन्म। हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारना चाहिए, क्योंकि मनुष्यों के अंदर जो मानवता समाप्त हो चुकी है वह पुनः जागरत हो और सभी का कल्याण हो। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कथा के साथ भगवान श्री कृ ष्ण और नंद यशोदा की झाकी के दर्शन भी कराए गए। कथा के आयोजक दामोदन बिड़ला एवं सुरेश कुमार खंडेलिया ने बताया कि कथा के पावन प्रसंगों में भगवान बाल कृष्ण की बाल लीला माखन चोरी लीला एवं गोवर्धन लीला कथा भ्रवण कराया जाएगी तथा गिरिराज जी के छप्पन भोग के दर्शन होंगे। श्री भागवत कथा 31 मार्च तक चलेगी और इसका समय अपरांह दो से लेकर छह बजे तक का है। इस अवसर पर बिरला के गु्रप प्रेजिडेंट सुरेश खंडेलिया, मंजू खंडेलिया, कार्यकारी अध्यक्ष डी एल बिरला, शांता बिरला, रमेश शर्मा, एचसी महेश्वरी, आर के शर्मा, सिम्मी शर्मा, रामपाल डोगरा, रमन द्विवेदी, संजय त्रिपाठी व अरविंद अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
March 29th, 2011
No comments:
Post a Comment