सोलन — वर्ष 2011-12 के आम बजट को आंकड़ों का मायाजाल व झूठ का पुलिंदा साबित किया गया है। सोलन कांग्रेस व सीटू ने यहां बताया कि आम बजट में उद्योगपतियों, गृहिणियों और मजदूरों को अनदेखा किया गया है तथा बजट में केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं का लाभ गिनाकर ही वाहवाही लूटनेकी कोशिश की गई है। वहीं सीटू ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर मजदूरों की दैनिक दिहाड़ी 150 रुपए न की गई, तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। सोलन कांग्रेस के मुताबिक प्रस्तावित बजट में की गई घोषणाएं एवं दर्शाए गए आंकड़े मात्र आंकड़ों का ही मायाजाल प्रतीत होता है। प्रस्तावित बजट द्वारा प्रदेश के हर एक वर्ग को छलने का मात्र प्रयास है, चाहे प्रदेश के कर्मठ कर्मचारी वर्ग की बात हो, किसान, बागबान की बात हो, बेरोजगार, गृहिणियां अथवा व्यापारी वर्ग की भी इस बजट में पूर्ण रूप से अनदेखी की गई है। कर्मचारियों द्वारा डेढ़ वर्ष से लंबित एकमुश्त एरियर की मांग को लेकर मात्र 30-40 फीसदी अदायगी से ही उनके साथ भी छल किया है। इस बजट में सारी परियोजनाओं का जो जिक्र प्रदेश सरकार ने किया है, वे पूरी तरह से केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं के खाते से पूरी की जाएंगी, जहां एक तरफ प्रदेश पहले से ही भारी कर्जों में डूबा हुआ है, प्रस्तावित बजट की योजनाओं को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार को और अतिरिक्त ऋण लेने की योजना बना कर प्रदेश को और कर्ज में डुबोने की ओर अग्रसर किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश सरकार लगभग 17 फीसदी की कमी को पूरा करने के लिए हजारों कारोड़ों रुपए ऋण लेकर प्रदेश का आर्थिक ढांचा कमजोर करने में लगी है, वहीं सरकार ने अपनी फिजूलखर्चियों पर अंकुश लगाने के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई है। सोलन कांग्रेस नेताओं पूर्व पार्षद अजय सिंह चौहान, जोगिंद्रा बैंक के निदेशक मोहन मेहता, बघाट बैंक निदेशक अरुण शर्मा, सरदार सिंह ठाकुर व अन्य कांगे्रस नेताओं ने यहां दिए बयान में यह बताया। उन्होंने बताया कि वह दिन दूर नहीं, जब पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिसके मुख्यमंत्री शांता कुमार के कार्यकाल में सरकारी भुगतान बैंकों ने रोक दिया था, उसी प्रकार की स्थिति वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भी उत्पन्न हो जाए, तो अचंभे की बात नहीं होगी। इसके अतिरिक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल सिंह ठाकुर ने अपने बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया गया बजट झूठ का पुलिंदा व निराशाजनक बजट है। सचिव सीटू क्षेत्रीय कमेटी सोलन सुभाष जडेजा ने भी पेश किए गए बजट को मजदूरों का विरोधी बताया है। उन्होंने बताया कि पेश किए गए बजट में खाद्य वस्तुओं की कीमत में कोई भी कटौती नहीं की गई है, जिससे गृहिणियों को भी लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि उद्योग मजदूरों की बहुत सी आशाएं इस बजट से थी, जो सब मिट्टी में मिल गई हैं। उन्होंने बताया कि मजदूरों को अनदेखा किया गया है, जो कि देश की रीढ़ माने जाते हैं।
March 11th, 2011
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