सोलन — सोलन से सुबाथू तक करीब 22 किलोमीटर लंबे मार्ग की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि उस पर वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं रह गया है। दो मंडलों सोलन व कसौली के अधीन इस मार्ग की ओर कोई भी लोक निर्माण मंडल ध्यान नहीं दे रहा है। विभाग के उपेक्षापूर्ण रवैये के प्रति लोगों में गहरा रोष व्याप्त होता जा रहा है। बता दें कि सोलन से सुबाथू मार्ग को करीब दो वर्ष पूर्व केंद्र की भारत निर्माण योजना के तहत एक करोड़ 65 लाख रुपए की लागत से नए सिरे से पक्का किया गया था और सड़क के एक ओर नालियां व दूसरी ओर पैरापिट बनाए गए थे, लेकिन कार्य समाप्त होने के कुछ ही दिनों बाद टायरिंग उखड़नी शुरू हो गई और जब बारिश हुई तो नालियों व पैरापिट में लगाई गई घटिया निर्माण सामग्री की पोल भी खुल गई। वर्तमान में हालत यह है कि सोलन से सुबाथू तक सड़क गड्ढों से बुरी तरह अटी पड़ी है। नालियों का नामोनिशान मिट रहा है और पैरापिट में भरी गई मिट्टी बारिश से घुल गई है, जिससे पैरापिट आधे-आधे रह गए हैं। सरकार के लाखों रुपए बर्बाद होने पर लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया है। इस मामले की लोक निर्माण मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह से भी लोगों ने शिकायत की थी और उन्होंने इस मार्ग की जांच के आदेश भी दिए थे, लेकिन जांच में भी कथित अनियमितता बरती गई और जांच के आदेशों का कोई नतीजा सामने नहीं आया। पूरे मार्ग पर गड्ढों के कारण वाहनों, खास कर छोटे वाहनों का चलना मुश्किल हो चुका है। इस मार्ग पर प्रतिदिन अपने वाहनों में चलने वाले विनोद मारवाह, अशोक कुमार, रामेश्वर दत्त, तिलक राज, राकेश गुप्ता, केशव शर्मा, पदम देव, योगेंद्र, रोहित शर्मा व मनसा राम आदि का कहना है कि सड़क की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है और कई बार गड्ढों को बचाते वक्त विपरीत दिशा से अचानक आने वाले वाहन से टक्कर की नौबत आ जाती है। लोगों का आरोप है कि विभाग इस मार्ग की ओर कतई ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे लोगों में भारी रोष है। । लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मार्ग की हालत को जल्द सुधारा न गया, तो जनता सड़कों पर उतरने के लिए विवश हो जाएगी। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर प्रतिदिन मंत्री, उच्चाधिकारी और सत्ता पक्ष के नेता गुजरते हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि कोई भी अधिकारी खस्ताहाल सड़क के कारणों को विभाग के अधिकारियों से पूछने की जहमत नहीं उठा पाता। इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता विजय कपूर से पूछा गया ता,े उन्होंने कहा कि वह इस मार्ग का स्वयं निरीक्षण करेंगे और सड़क के बार-बार उखड़ने के कारणों का पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौसम साफ होते ही इस मार्ग की टायरिंग का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा।
March 1st, 2011
No comments:
Post a Comment