नालागढ़ — दभोटा में भूमि-अधिग्रहण को लेकर ग्रामीणों के एतराज के बाद अब नालागढ़ उपमंडल की कश्मीरपुर पंचायत के कटीडू़ माजरा व कश्मीरपुर ब्राह्मणा गांव में औद्योगिक क्षेत्र बसाने के लिए भूमि अधिग्रहण के मामले में ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई है। इन गांवों के ग्रामीणों ने अपनी जमीन किसी भी कीमत पर देने से साफ इनकार कर दिया है। कटीडू़ माजरा व कश्मीरपुर ब्राह्मणा गांव के बाशिंदों का कहना उनकी भूमि उपजाऊ व कृषि योग्य है और क्षेत्र के लोगों का व्यवसाय भी कृषि पर ही निर्भर है। इन गांवों के ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को एसडीएम नालागढ़ को ज्ञापन सौंपा। 98 लोगों द्वारा हस्ताक्षरित इस ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि वे अपनी उपजाऊ जमीनों को किसी भी कीमत पर किसी भी विभाग को नहीं देंगे। पूर्व प्रधान एवं वर्तमान बीडीसी सदस्य सोहन लाल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में पूर्व प्रधान मनजीत सिंह, लाल सिंह, श्यामलाल, प्यारेलाल पंच, ज्ञान सिंह, मस्त राम, बृज मोहन, भगत सिंह, कुलजीत सिंह व कुलदीप सिंह आदि दर्जनों लोगों का कहना है कि औद्योगिक विभाग के पत्र संख्याः इंड—ए (एफ) के अंतर्गत गांव कटीडू़ माजरा व कश्मीरपुर ब्राह्मणा की तादादी भूमि 513 बीघा 19 बिस्वा औद्योगिक क्षेत्र को स्थापित करने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। उन्होंने भूमि अधिनियम 1894 की धारा—4 के अंतर्गत अपनी भूमि देने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कश्मीरपुर पंचायत में भी ग्रामीण एनओसी न देने की बात पर अड़े रहे हैं, जिस पर पंचायत में प्रस्ताव पारित करके नकल प्रस्ताव उद्योग विभाग को भेज दी गई है। बीडीसी सदस्य सोहन लाल ने कहा कि नवंबर—2010 में ग्रामीणों ने जिलाधीश सोलन को भी पहले ही पत्र भेज कर यह साफ कर दिया है कि वे अपनी जमीनों को किसी भी कीमत पर किसी भी विभाग को नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि इन गांवों में कई ऐसे किसान हैं, जिनकी कृषि योग्य भूमि पांच बीघा से भी कम है, वे भूमिहीन हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन गांवों में कई परिवारों में कोई भी सदस्य सरकारी व गैर सरकारी नौकरी में नहीं है। एसडीएम शुभकरण सिंह ने कहा कि उनके पास ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा है, जिसे कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाएगा।
March 4th, 2011
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