मारंडा, शिमला — हिमाचल में पैकेट बंद दूध एक रुपया किलो महंगा हो गया है। हिमाचली बाजार के 80 प्रतिशत कारोबार पर कब्जा रखने वाली दोनों प्रमुख कंपनियों वेरका व सुपर मिल्क ने दूध समेत दही के दाम भी एक रुपए प्रति किलो बढ़ा दिए हैं। हाल ही में दस दिन पहले ही दोनों कंपनियों ने पनीर के दाम में दस रुपए प्रति किलो इजाफा किया था। हिमाचल में फिलहाल दूध के दाम 30 रुपए प्रति किलो चल रहे हैं। इस बढ़ोतरी के बाद अब दूध की कीमत शिमला में 30 व निचले हिमाचल में 31 रुपए जा पहुंची है। आधा किलो दूध खरीदने पर 16 रुपए चुकाने होंगे। वहीं दही के दाम प्रति किलो 40 रुपए हो गए हैं। दूध की तीनों किस्मों के के्रट के दाम 12 रुपए बढ़ाए गए हैं। वहीं दस किलो वाले दही के के्रट की कीमत में दस रुपए बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पहले से ही महंगाई की मार से झुलस रही आम जनता के लिए यह बुरी खबर है। हाल ही में डीजल व चारे के दाम में वृद्धि के कारण कंपनियों को यह फैसला लेना पड़ा है। वर्ष 2011 में पहली दफा दूध की कीमत बढ़ी है, जबकि वित्त वर्ष 2010-11 में छह दफा दूध की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। इस तरह दूध की लगातार बढ़ती कीमतों ने लोगों को करारा झटका दिया है। दूध की बढ़ी हुई कीमतों ने घर का सारा बजट हिलाकर रख दिया है। जो लोग चाय-काफी के शौकीन हैं, वे भी दस बार सोचेंगे। दूध की कीमतें बढ़ने के बाद अब संभावनाएं लगाई जा रही हैं कि मार्केट में दूध व दूध से निर्मित मिठाइयां व घी के दामों में भी वृद्धि न हो जाए। मार्केट में चाय-काफी के दाम बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है। इधर देखा जाए तो मिल्कफेड ने भी अपने आपको प्रतिस्पर्धा में उतार दिया है तथा वह भी शीघ्र दूध की कीमत बढ़ाने की सोच रहा है। हालांकि उनकी कीमत मार्केट में बिकने वाली अन्य कंपनियों से कम है, लेकिन दूध के दाम बढ़ाने का झटका मिल्कफेड भी शीघ्र देने जा रहा है। राजधानी सहित सभी जगह एक लीटर पैकेट बंद दूध सोमवार को महंगे दामों पर मिला।
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